Bangladesh Protest: बांग्लादेश में क्या तूफान से पहले की शांति है आरक्षण विरोधी आंदोलन का थमना? हो गया जंग का ऐलान
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Bangladesh Protest: बांग्लादेश में क्या तूफान से पहले की शांति है आरक्षण विरोधी आंदोलन का थमना? हो गया जंग का ऐलान

Bangladesh Student Protest: बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी आंदोलन अचानक थम गया नजर आ रहा है. क्या यह किसी बड़े तूफान से पहले की शांति है. 

Bangladesh Protest: बांग्लादेश में क्या तूफान से पहले की शांति है आरक्षण विरोधी आंदोलन का थमना? हो गया जंग का ऐलान

Bangladesh News in Hindi: एक हफ्ते तक हिंसक प्रदर्शन की आग में जलने के बाद बांग्लादेश की सड़कें तो शांत है. मगर आंदोलन की आग जो दिलों में जल रही थी. वो अभी तक शांत नहीं हुई है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बांग्लादेश में आरक्षण की आग भले ही बुझ गई हो. लेकिन अब बांग्लादेश सरकार के सामने उससे बड़ी चुनौती खडी हो गई है. जो प्रदर्शनकारी छात्र अब तक आरक्षण कोटा में कटौती की मांग को लेकर सड़कों पर आगजनी और तोड़फोड़ कर रहे थे. दावा है कि अब उन्हीं छात्रों के समर्थन में आए एक गुट ने सरकार के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है.

बांग्लादेश में कई विभागों की वेबसाइट हैक

बांग्लादेश के तमाम सरकारी वेबसाइट पर यही संदेश है. वेबसाइड हैक करने वाले सीधे शब्दों में लिखा है कि अब प्रदर्शन नहीं बल्कि युद्ध होगा. तो क्या बांग्लादेश पर अब नए युद्ध का खतरा है?क्या कुछ दिन पहले बंद हुआ बांग्लादेश में प्रदर्शन किसी तूफान के पहले की शांति है. कम से कम हैकर का मैसेज तो इसी का इशारा कर रहा है. अगर ऐसा है तो सबसे बड़ा सवाल है कि साइबर हमले के बाद क्या बांग्लादेश के खिलाफ किसी और भी हमले की तैयारी चल रही है. 

'ऑपरेशन हंटडाउन, स्टॉप किलिंग स्टूडेंट्स'

बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तीसरे दिन ही सरकार की कई वेबसाइट को हैक कर लिया गया. जिसमें प्रधानमंत्री कार्यालय, सेंट्रल बैंक और पुलिस की ऑफिशियल वेबसाइट को निशाना बनाया गया. इसके बाद तीनों ही वेबासाइटों पर एक ही तरह का मैसेज लिखा गया- ऑपरेशन हंटडाउन, स्टॉप किलिंग स्टूडेंट्स’.द R3SISTANC3 नाम के एक ग्रुप ने वेबसाइट हैक करने का दावा किया है. 

क्यों भड़के हुए हैं बांग्लादेशी छात्र?

दरअसल बांग्लादेश के लिए लड़ने वाले फ्रीडम फाइटर्स के रिश्तेदारों को आरक्षण का आदेश जारी हुआ था. जिसके विरोध में पूरे बांग्लादेश के छात्र सड़कों पर उतर आए. इसके बाद शेख हसीना के रजाकार वाले बयान के बाद हिंसा और भड़क गई. प्रदर्शन का आलम इस बात से समझिए की सरकार को प्रदर्शनकारी छात्रों पर शूट एंड साइट का आदेश जारी करना पड़ा. 

क्या पाकिस्तान ने करवाया साइबर अटैक?

छात्रों के दवाब में आकर अदालत ने अपना फैसला बदला और आरक्षण कोटे को 30 से घटाकर 7 फीसदी किया. इसके बाद भी हालात नहीं सुधरता देख शेख हसीना सरकार ने सेना को उतारकर हालात काबू में किया. अब इन सबके बीच सरकार की तमाम वेबसाइट हैक होने के बाद हसीना सरकार के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई. हालांकि इस पूरे बवाल के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने का भी दावा किया गया था. ऐसे में बांग्लादेश पर साइबर हमले के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ होने से इंकार नहीं किया जा सकता है. 

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